Yojana: हर किसी का सपना होता है एक खुशहाल और सम्मानपूर्ण जीवनसाथी के साथ जीवन बिताने का। लेकिन जब बात दिव्यांगजनों की आती है, तो उनके सामने समाजिक, आर्थिक और मानसिक चुनौतियां और भी अधिक होती हैं। इन्हीं चुनौतियों को आसान बनाने और उन्हें आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ाने के लिए राजस्थान सरकार ने एक सराहनीय कदम उठाया है विशेष योग्यजन सुखद दांपत्य जीवन योजना।
एक नई शुरुआत, एक नई उम्मीद

यह Yojana पहले भी लागू थी, लेकिन अब इसे और अधिक सशक्त और सहायक बनाते हुए इसका नाम बदलकर विशेष योग्यजन सुखद दांपत्य जीवन योजना कर दिया गया है। सरकार ने इस योजना के तहत दी जाने वाली अनुदान राशि को पहले के ₹50,000 से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दिया है। यह सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि हजारों दिव्यांग विवाहित जोड़ों के सपनों में रंग भरने वाला फैसला है।
दंपतियों को मिल रहा है संबल और सम्मान
इस योजना के तहत ऐसे विवाहित जोड़े, जिनमें पति या पत्नी में से किसी को 40% से 79% तक की दिव्यांगता है, उन्हें ₹50,000 तक की आर्थिक सहायता दी जाती है। वहीं अगर किसी की दिव्यांगता 80% या उससे अधिक है, तो उन्हें ₹5 लाख तक की सहायता दी जाती है। यह सहायता सिर्फ एक आर्थिक मदद नहीं, बल्कि आत्मविश्वास और सामाजिक स्वीकृति की भी गारंटी बन रही है।
तेजी से बढ़ रही है योजना में भागीदारी
इस परिवर्तन के बाद योजना में लोगों की दिलचस्पी भी तेजी से बढ़ी है। वर्ष 2023-24 में जहां केवल 180 लाभार्थी थे, वहीं 2024-25 में यह संख्या बढ़कर 265 तक पहुंच गई। इसका साफ़ मतलब है कि लोग इस योजना से जुड़ रहे हैं और सरकार के इस प्रयास को अपनाकर अपने जीवन को एक नई दिशा दे रहे हैं।
कौन ले सकता है इस योजना का लाभ
इस Yojana का लाभ वही दंपती ले सकते हैं जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय ₹2.5 लाख से अधिक न हो और जिनका विवाह छह माह के भीतर हुआ हो। इसके लिए ऑनलाइन आवेदन अनिवार्य है, ताकि प्रक्रिया पारदर्शी और सरल रहे।
वित्तीय मदद से बदल रही हैं ज़िंदगियाँ

अब तक इस योजना के अंतर्गत ₹3.41 करोड़ की अनुदान राशि वितरित की जा चुकी है। यह रकम उन सैकड़ों ज़िंदगियों की दिशा बदलने में मदद कर रही है, जिन्हें पहले शायद ही कोई सामाजिक या सरकारी सहारा मिला हो। यह सिर्फ एक योजना नहीं, बल्कि एक इमोशनल और सामाजिक क्रांति है।
दिव्यांगता अब कमजोरी नहीं, सशक्तता की पहचान
सरकार का यह प्रयास न सिर्फ आर्थिक रूप से मदद कर रहा है, बल्कि यह समाज के भीतर एक सकारात्मक सोच को जन्म दे रहा है कि दिव्यांगता कोई कमजोरी नहीं है, बल्कि सही समर्थन और प्यार मिले तो वे भी एक सुखद दांपत्य जीवन जी सकते हैं।
Disclaimer: यह लेख सूचना और जागरूकता के उद्देश्य से लिखा गया है। योजना की सटीक जानकारी, पात्रता और आवेदन प्रक्रिया के लिए संबंधित सरकारी वेबसाइट या विभाग से संपर्क अवश्य करें।
Also Read
PM Fasal Bima Yojana 2025: फसल के नुकसान पर मिलेगा मुआवज़ा, जानिए कैसे करें आवेदन
PM Awas Yojana: प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना राजस्थान बना नंबर 1, 17.48 लाख परिवारों को मिला घर






