Bank FD: अगर आप अपने मेहनत से कमाए पैसों को ऐसी जगह रखना चाहते हैं, जहां न केवल वो सुरक्षित रहे बल्कि आपको स्थिर और भरोसेमंद रिटर्न भी मिले, तो बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) से बेहतर विकल्प शायद ही कोई हो। आज के समय में जब शेयर बाजार में लगातार उतार-चढ़ाव हो रहा है और म्यूचुअल फंड जैसे विकल्पों में रिस्क बना रहता है, बैंक FD एक मजबूत और स्थिर निवेश योजना के रूप में सामने आई है। जुलाई 2025 में कई प्रमुख बैंकों ने अपनी 5 साल की FD पर ब्याज दरों को बढ़ाकर 8.10% तक कर दिया है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 8.60% तक पहुंच गई है, जो वाकई एक आकर्षक ऑफर है।
Bank FD क्यों है सबसे भरोसेमंद निवेश

Bank FD की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इसमें आपका पैसा सुरक्षित रहता है और तय समय पर गारंटीड रिटर्न मिलता है। जहां शेयर बाजार में जोखिम ज्यादा होता है, वहीं FD एक स्थिर विकल्प है। लंबे समय से FD को सुरक्षित निवेश की पहचान मिली है। एक और खासियत यह है कि कुछ FD योजनाओं में आपको आयकर कानून की धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिल सकती है। सबसे बढ़िया बात यह है कि एक बार FD की ब्याज दर तय हो जाने के बाद वह पूरी अवधि तक फिक्स रहती है।
जुलाई 2025 की FD दरें
Bank FD इस साल जुलाई में बैंकों ने FD दरों को बढ़ाकर निवेशकों को आकर्षित करने का शानदार मौका दिया है। बैंक ऑफ बड़ौदा और यस बैंक जैसे प्रमुख बैंक 5 साल की FD पर 8.10% तक का ब्याज दे रहे हैं, वहीं वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह दर 8.60% तक पहुंच गई है। यह दरें मौजूदा समय में म्यूचुअल फंड के अनुमानित रिटर्न के मुकाबले काफी स्थिर और सुरक्षित मानी जाती हैं।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए बड़ा फायदा
अगर आप 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के हैं, तो FD आपके लिए और भी फायदेमंद है। 0.50% का अतिरिक्त ब्याज दर न केवल आपके निवेश पर अधिक रिटर्न देती है, बल्कि रिटायरमेंट के बाद स्थिर मासिक इनकम का भी जरिया बनती है। उदाहरण के तौर पर, अगर कोई वरिष्ठ नागरिक ₹5 लाख की FD 5 साल के लिए करता है और ब्याज दर 8.60% है, तो उसे हर साल ₹43,000 से अधिक ब्याज मिलेगा। यानी 5 साल में ₹2.15 लाख से ज्यादा की अतिरिक्त आय होगी।
Bank FD या म्यूचुअल फंड
अक्सर निवेशकों के मन में सवाल उठता है कि FD या म्यूचुअल फंड में से कौन बेहतर है। इसका जवाब आपके जोखिम लेने की क्षमता पर निर्भर करता है। अगर आप स्थिरता चाहते हैं और रिस्क नहीं लेना चाहते, तो FD एकदम सही विकल्प है। हालांकि म्यूचुअल फंड लंबे समय में ज्यादा रिटर्न दे सकते हैं, लेकिन इनमें जोखिम भी अधिक होता है। जो लोग रिस्क से दूर रहकर सुरक्षित विकल्प चाहते हैं, उनके लिए FD ही सही चुनाव है।
FD में निवेश करने से पहले

FD में पैसा लगाने से पहले कुछ बातें ध्यान में रखना जरूरी है। अगर आप FD समय से पहले तोड़ते हैं, तो पेनल्टी लग सकती है। साथ ही, सालाना ब्याज आय ₹40,000 (वरिष्ठ नागरिकों के लिए ₹50,000) से अधिक होने पर TDS काटा जाता है। इसलिए, निवेश करने से पहले अलग-अलग बैंकों की ब्याज दर और शर्तों की तुलना जरूर कर लें। जुलाई 2025 में FD की बढ़ी ब्याज दरें निवेशकों के लिए एक सुनहरा अवसर लेकर आई हैं। अगर आप रिस्क से दूर रहकर अपने पैसे पर अच्छा और स्थिर रिटर्न चाहते हैं, तो यह समय बैंक FD करने का बेहतरीन मौका हो सकता है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए मिलने वाला अतिरिक्त ब्याज इसे और भी लाभकारी बना देता है।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य वित्तीय ज्ञान के उद्देश्य से है। निवेश करने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की राय जरूर लें।
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